पवित्र आत्मा का अनोखा कार्य | Bible Adhayan

 

 पवित्र आत्मा का अनोखा कार्य

Pavitr aatma ka kary

  पवित्र आत्मा एक ईश्वरीय व्यक्तित्व है जिस पर संसार में एक निश्चित कार्यभार है। बाइबल के अध्ययन से प्रकट हो जाता है कि पवित्र आत्मा बहुत अधिक क्रियाशील रहा है। उसकी क्रियाशीलता सृष्टि और पृथ्वी पर रहने वाले लोगों से सम्बन्धित रही है।

  पिन्तेकुस्त से विश्वासियों में उसकी सेवकाई में कुछ परिवर्तन हुआ। पुराने नियम में आत्मा की सेवकाई "आया और जाया करती " थी। पिन्तेकुस्त पर वह विश्वासियों में वास करने के लिए आया और यीशु खीष्ट की जीवित कलीसिया के संग रहने के लिए आया न्यायियों 6:34, "तब यहोवा (परमेश्वर) का आत्मा गिदोन में समाया।"

  1 शमूएल 16:14, "और यहोवा (परमेश्वर) का आत्मा शाऊल पर से उठ गया।" न्यायियों 11:29, "तब यहोवा (परमेश्वर) का आत्मा यिप्तह में समा गया।"

  भजन संहिता 51:11, "अपने पवित्र आत्मा को मुझसे अलग न कर, "दाऊद की यह प्रार्थना पिन्तेकुस्त के बाद निश्चित रूप से अनुपयुक्त है, क्योंकि आत्मा ने स्थाई रूप से निवास स्थान बना लिया है। यूहन्ना 14:16, "सहायक वह सर्वदा तुम्हारे साथ रहे।"

1. सृष्टि के सम्बन्ध में पवित्र आत्मा सृष्टि में क्रियाशील था।

  उत्पत्ति 1:2, "परमेश्वर का आत्मा जल के ऊपर मंडराता था।" अव्यूब 26:13, 14; भजन संहिता 104:30; अय्यूब 33:4 भी देखिए।

  भजन संहिता 33:6. "आकाशमण्डल यहोवा (परमेश्वर) के वचन से और उसके सारे गुण उसके मुँह की श्वास से बने।" (प्रभु के मुँह की श्वास का अर्थ यहाँ पवित्र आत्मा से है)।

2. सृष्टि के संरक्षण के सम्बन्ध

  यशायाह 40:7, "जब यहोवा (परमेश्वर) की सांस उस पर चलती है, तब घास सूख जाती हैं, और फूल मुर्झा जाता है, "आत्मा सृष्टि करता और संरक्षण करता है; वह जब चाहता तब नष्ट भी कर देता है। भजन संहिता 104:30, "फिर तू अपनी ओर से सांस भेजता है और वे सिरजे जाते हैं, और तू धरती को नया कर देता है।" परमेश्वर के वचन और आत्मा की सामर्थ्य द्वारा संसार नया हो जाता है।

3. यीशु ख्रीष्ट के सम्बन्ध में

  • यीशु पवित्र आत्मा के द्वारा गर्भ में पड़ा, यथार्थ में वह आत्मा में उत्पन्न हुआ; लूका 1:35 ।
  • वह वपतिस्मे के बाद परीक्षा के लिए जंगल में पवित्र आत्मा द्वारा ले जाया गया; मती 4:1 ।
  • यीशु का सेवा कार्य के लिए पवित्र आत्मा द्वारा अभिषेक किया गया. प्रेरितों के काम 10:38।
  • यीशु को आत्मा की शक्ति में क्रूस पर चढ़ाया गया; इब्रानियों 9.141
  • यीशु को कब्र में से पवित्र आत्मा की शक्ति द्वारा फिर जिलाया गया; रोमियों 14; रोमियों 8:11 ।
  • यीशु ने चेलों और कलीसिया को पवित्र आत्मा के द्वारा निर्देश दिए; प्रेरितों के काम 1:2 ।
  • यीशु ने विश्वासियों को पवित्र आत्मा दिया; प्रेरितों के काम 2:33 ।

4. विश्वासियों के सम्बन्ध में

  • वह विश्वासी को पुत्रत्व का निश्चय दिलाता है और उसे पुत्र के

समान बना देता है; रोमियों 8:16,17; गलातियों 4:6 ।

  •  वह विश्वासी पर धरोहर के रूप में या भविष्य की महिमा के लिए बयाने की छाप लगा देता है; 2 कुरिन्थियों 1:22; इफिसियों 1:13,14 ।
  • वह विश्वासी को स्वयं से भरपूर कर देता है और उसे विजयी जीवन प्रदान करता है; प्रेरितों के काम 1:4-8; इफिसियों 5:18 । 

  •  वह विश्वासी को शुद्ध करता है, उसे पवित्रता में अलग रखता हैं; 2 थिस्लुनीकियों 2:13; 1 पतरस 1:2 । 
  • वह निरन्तर विश्वासी के संग वास करता है; यूहन्ना 14:16 ।
  • वह परमेश्वर का वचन लेता है और उसे विश्वासी को सिखाता है; यूहन्ना 14:26; 1 कुरिन्थियों 2:13 ।
  • हमने सच्चाई से जो कुछ सीखा है, उसको वह हमें स्मरण कराता है; यूहत्रा 14:26 ।
  •  वह उद्धारकर्ता के विषय में हमारे सम्मुख गवाही देता है। वह निरन्तर मसीह को प्रकट करता रहता है; सेहत 15:26 । 
  • वह समस्त सत्य में विश्वासी का मार्गदर्शन करता है, यूहन्ना 16:13 ।वह भूल का इलाज है।

  • वह हमारे शरीरों को अपने अधिकार में लेकर उनमें या उनके द्वारा मसीह की महिमा करता है; यूहन्ना 16:14 ।

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